Love kavita In Hindi लव कविता
हर पल मैं जी लेता हूँ….!!!

रात बेवक़्त जब नींद खुलती है,
मैं तुम्हारे ख्यालो की स्याही से,
आँखों के रत-जगे लिख देता हूँ..
हवा का कोई झोंका,
जब दरवाज़े का सांकल खटखटाता है
मैं तुम्हारे आने की आहट लिख देता हूँ….
अधखुली आँखों से जब अपने,
साथ जागते चाँद को देखता हूँ,
बाते सारी उसे अपने दिल की कह देता हूँ…..
तुम नही रहते हो मेरे आस-पास,
फिर भी तुम्हारे एहसास को,
हर पल मैं जी लेता हूँ….!!!
स्त्री की सुंदरता पर कविता

अगर मैं तुम्हे ना मिलता तो कहां होता…
हाँ शायद खुले आसमान में,
उड़ रहा होता….
कभी मैं यूँ ही सोचता हूँ,
अगर मैं तुम्हे ना लिखता तो क्या होता…
हाँ शायद किसी कवि के ख्यालो की,
मैं भी कोई कविता होता…
कभी मैं यूँ ही सोचता हूँ,
अगर मैं तुम्हारी मंजिल ना होता,
तो क्या होता…
हाँ शायद किसी मुसाफ़िर का,
कोई भुला हुआ रास्ता होता…!!!